आज इंफोसिस बाजार के फोकस में रहेगी। दरअसल कंपनी में
फिर एक विवाद सामने आया है। नारायण मूर्ति ने सीओओ की सैलरी बढ़ोतरी पर
सवाल उठाए हैं। बता दें कि फरवरी में सीओओ यू बी राव की सैलरी बढ़ाई गई, 31
मार्च को सैलरी बढ़ाने का प्रस्ताव वोटिंग के लिए आया। सीओओ की सैलरी 35
फीसदी बढ़ाकर 12.5 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव जिस पर नारायण मूर्ति समेत
ज्यादातर प्रोमोटर ने वोटिंग नहीं की है।
नारायण मूर्ति ने अपनी आपत्तियां व्यक्त करते हुए कहा है कि इंफोसिस में खराब गवर्नेंस देखने को मिल रहा है। नियमों के खिलाफ सैलरी में बढ़ोतरी की जा रही है। कर्मचारियों की सैलरी के बड़े अंतर को खत्म करना चाहिए, राव की सैलरी में बढ़ोतरी से अंतर बढ़ा। उन्होंनें ये भी कहा कि इस तरह का प्रस्ताव पहले कभी नहीं आया। बता दें कि 24 फीसदी पब्लिक इंस्टीट्यूशंस और 67 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशन इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं। हालांकि 67 फीसदी निवेशकों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया है।
इस बीच इंफोसिस के सीओओ प्रवीण राव की सैलरी में बढ़ोतरी के सवाल पर कंपनी ने जवाब दिया है। कंपनी ने कहा है कि टैलेंट को कंपनी में बनाए रखने के लिए सैलरी में बढ़ोतरी की गई है। सीओओ की सैलरी का पैकेज शेयरधारकों के हित में तय किया गया है। लीडरशिप के आधार पर सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव किया गया है। नए पैकेज में कैश कंपोनेंट कम किया गया है। कैश में सैलरी 5.2 करोड़ रुपये से घटकर 4.6 करोड़ रुपये हुई है। परफॉरमेंस के आधार पर सैलरी बढ़ाई गई है।
नारायण मूर्ति ने अपनी आपत्तियां व्यक्त करते हुए कहा है कि इंफोसिस में खराब गवर्नेंस देखने को मिल रहा है। नियमों के खिलाफ सैलरी में बढ़ोतरी की जा रही है। कर्मचारियों की सैलरी के बड़े अंतर को खत्म करना चाहिए, राव की सैलरी में बढ़ोतरी से अंतर बढ़ा। उन्होंनें ये भी कहा कि इस तरह का प्रस्ताव पहले कभी नहीं आया। बता दें कि 24 फीसदी पब्लिक इंस्टीट्यूशंस और 67 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशन इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं। हालांकि 67 फीसदी निवेशकों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया है।
इस बीच इंफोसिस के सीओओ प्रवीण राव की सैलरी में बढ़ोतरी के सवाल पर कंपनी ने जवाब दिया है। कंपनी ने कहा है कि टैलेंट को कंपनी में बनाए रखने के लिए सैलरी में बढ़ोतरी की गई है। सीओओ की सैलरी का पैकेज शेयरधारकों के हित में तय किया गया है। लीडरशिप के आधार पर सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव किया गया है। नए पैकेज में कैश कंपोनेंट कम किया गया है। कैश में सैलरी 5.2 करोड़ रुपये से घटकर 4.6 करोड़ रुपये हुई है। परफॉरमेंस के आधार पर सैलरी बढ़ाई गई है।
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