जिसका हमें था इंतजार वो घड़ी आ गई। कई दिनों से बल्कि हफ्तों या महीनों से लोग इंतजार कर रहे थे, कुछ कह भी रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी जवाब क्यों नहीं देते। यशवंत सिन्हा के पत्र के बाद तो ये आवाज़ काफी तेज हो गई थी। तो आज प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब दे दिया। और जवाब भी काफी करारा दिया। उन्होंने तरह तरह के आंकड़े गिनाए, आलोचकों पर सवाल उठाए, शल्यवृत्ति का आरोप लगाया और ये भी कहा कि 2022 में भारत की आज़ादी की पचहत्तरवीं जयंती तक इस देश को टैक्स कंप्लाएंट सोसाइटी बनकर दिखाना होगा।
प्रधानमंत्री कंपनी सेक्रेटरीज़ के समारोह में भाषण दे रहे थे। उन्होंने चार्टर्ड एकाउंटेंटों की तरह इस बिरादरी को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया, लेकिन फिर भी जमकर तालियां बटोरीं। सवाल ये है कि आज मोदी ने जो जवाब दिया वो कितना घड़ी आ गई।
ईमानदारी की नसीहत से शुरूआत करते हुए उन्होंने ग्रोथ पर विपक्ष के सवालों का भी करारा जवाब दिया। उन्होंने विपक्ष पर भी पलटवार किया और कहा कि एक तिमाही में ग्रोथ गिरने से कुछ लोगों को मौका मिल गया है लेकिन जल्द ही ग्रोथ पटरी पर आएगी और विरोधियों को खुद जवाब मिल जाएगा।
आईसीएसआई यानी इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया की गोल्डन जुबली समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी और जीएसटी पर बात की। पीएम मोदी ने 8 नवंबर को भ्रष्टाचार मुक्ति का प्रारंभ दिवस बताया। सरकार की उपलब्धियां गिनवाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार में सभी कंपनियों से कानून का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि देश का कॉरपोरेट कल्चर कैसा हो वह कंपनियां तय करती है। जरुरत है कि इस कॉरपोरेट कल्चर मजबूत हो उसके लिए कंपनियों को पारदर्शिता बनाए रखनी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि देश के विकास में योगदान देने वालों को नमन करता हूं। कुछ तत्व देश को कमजोर करने का काम करते हैं। लेकिन मौजूदा सरकार ने कालेधन के खिलाफ कठोर ब्लैकमनी एक्ट बनाया और नोटबंदी, जीएसटी को लागू करने की हिम्मत दिखाई है। मौजूदा समय में ब्लैकमनी के लेनदेन पर अब लोग 50 बार सोचते हैं।
इकोनॉमी पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इकोनॉमी ठीक रास्ते पर है लोगों में बेवजह निराशा फैलाई जा रही है। कालेधन को लेकर सबसे ज्यादा काम किया गया। उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ 1 तिमाही से ग्रोथ का अनुमान लगाना गलत है। अगली तिमाही में ग्रोथ की रफ्तार अपने पटरी पर वापस लौटेगी।
निर्माण पर विपक्ष पर निशाना साधा देते हुए उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकार ने आखिरी 3 साल में 80 हजार किमी बनाई थी और मौजूदा सरकार ने 3 साल में 1 लाख 3 हजार किमी सड़क बनाई है। साथ ही 50 फीसदी से ज्यादा ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ है। पिछली सरकार ने 15000 किमी नेशनल हाइवे बनाए जबकि हमने 34 हजार किमी से ज्यादा नेशनल हाइवे बनाए।
विकास पर पीएम मोदी बात करते हुए कहा कि देश की जीडीपी ग्रोथ 5.7 फीसदी तक पहुंची। साथ ही महंगाई पर असर पड़ा है। मंहगाई 10 फीसदी से ज्यादा की महंगाई 2.5 फीसदी पर आ गई है। लगभग 4 फीसदी का सीएडी 1 फीसदी के आसपास आ गया है।वहीं वित्तीय घाटा कम हुआ है और फॉरन एक्सचेंज रिसर्व बढ़ा है। 30 हजार करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 हजार करोड़ डॉलर के पार चला गया है। अर्थव्यवस्था में सुधार आया है।
प्रधानमंत्री कंपनी सेक्रेटरीज़ के समारोह में भाषण दे रहे थे। उन्होंने चार्टर्ड एकाउंटेंटों की तरह इस बिरादरी को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया, लेकिन फिर भी जमकर तालियां बटोरीं। सवाल ये है कि आज मोदी ने जो जवाब दिया वो कितना घड़ी आ गई।
ईमानदारी की नसीहत से शुरूआत करते हुए उन्होंने ग्रोथ पर विपक्ष के सवालों का भी करारा जवाब दिया। उन्होंने विपक्ष पर भी पलटवार किया और कहा कि एक तिमाही में ग्रोथ गिरने से कुछ लोगों को मौका मिल गया है लेकिन जल्द ही ग्रोथ पटरी पर आएगी और विरोधियों को खुद जवाब मिल जाएगा।
आईसीएसआई यानी इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया की गोल्डन जुबली समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी और जीएसटी पर बात की। पीएम मोदी ने 8 नवंबर को भ्रष्टाचार मुक्ति का प्रारंभ दिवस बताया। सरकार की उपलब्धियां गिनवाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार में सभी कंपनियों से कानून का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि देश का कॉरपोरेट कल्चर कैसा हो वह कंपनियां तय करती है। जरुरत है कि इस कॉरपोरेट कल्चर मजबूत हो उसके लिए कंपनियों को पारदर्शिता बनाए रखनी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि देश के विकास में योगदान देने वालों को नमन करता हूं। कुछ तत्व देश को कमजोर करने का काम करते हैं। लेकिन मौजूदा सरकार ने कालेधन के खिलाफ कठोर ब्लैकमनी एक्ट बनाया और नोटबंदी, जीएसटी को लागू करने की हिम्मत दिखाई है। मौजूदा समय में ब्लैकमनी के लेनदेन पर अब लोग 50 बार सोचते हैं।
इकोनॉमी पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इकोनॉमी ठीक रास्ते पर है लोगों में बेवजह निराशा फैलाई जा रही है। कालेधन को लेकर सबसे ज्यादा काम किया गया। उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ 1 तिमाही से ग्रोथ का अनुमान लगाना गलत है। अगली तिमाही में ग्रोथ की रफ्तार अपने पटरी पर वापस लौटेगी।
निर्माण पर विपक्ष पर निशाना साधा देते हुए उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकार ने आखिरी 3 साल में 80 हजार किमी बनाई थी और मौजूदा सरकार ने 3 साल में 1 लाख 3 हजार किमी सड़क बनाई है। साथ ही 50 फीसदी से ज्यादा ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ है। पिछली सरकार ने 15000 किमी नेशनल हाइवे बनाए जबकि हमने 34 हजार किमी से ज्यादा नेशनल हाइवे बनाए।
विकास पर पीएम मोदी बात करते हुए कहा कि देश की जीडीपी ग्रोथ 5.7 फीसदी तक पहुंची। साथ ही महंगाई पर असर पड़ा है। मंहगाई 10 फीसदी से ज्यादा की महंगाई 2.5 फीसदी पर आ गई है। लगभग 4 फीसदी का सीएडी 1 फीसदी के आसपास आ गया है।वहीं वित्तीय घाटा कम हुआ है और फॉरन एक्सचेंज रिसर्व बढ़ा है। 30 हजार करोड़ डॉलर से बढ़कर 40 हजार करोड़ डॉलर के पार चला गया है। अर्थव्यवस्था में सुधार आया है।
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