नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई पर आज अफरातफरी का माहौल रहा। तकनीकी गड़बड़ी की वजह से एनएसई पर 3 घंटे से ज्यादा समय तक ट्रेडिंग नहीं हो पाई। गड़बड़ी की शुरुआत प्री-ओपनिंग सत्र से हुई, जब कैश में भाव अपडेट नहीं हो रहे थे। फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में 9 बजकर 55 मिनट पर ट्रेडिंग रोक दी गई। 10:30 बजे और 11:15 बजे एनएसई ने ट्रेडिंग शुरू करने की कोशिश की लेकिन एक्सचेंज नाकाम रहा। बाद में 12:30 बजे से सामान्य ट्रेडिंग शुरू हो पाई। एनएसई के इतिहास में पहली बार इतनी गड़बड़ी हुई। एनएसई ने साफ किया है कि आज का कोई ट्रेड रद्द नहीं होगा। इधर इस मामले में सेबी की भी रिपोर्ट आई है उसने एनएसई में किसी भी साइबर अटैक की आशंका को खारिज किया है।
आज पहला मौका नहीं है जब शेयर बाजार में तकनीकी दिक्कत आई हो। 5 अक्टूबर 2012 को एमके ग्लोबल के गलत ऑर्डर की वजह से निफ्टी 900 प्वाइंट लुढ़का था। 9 अप्रैल 2014 को बीएसई पर शुरुआती कारोबार में 15-20 मिनट के भाव अपडेट नहीं हुए थे। 3 जुलाई 2014 को नेटवर्क आउटेज की वजह से बीएसई पर ट्रेडिंग रोक दी गई थी। 11 जुलाई 2014 को बीएसई पर कारोबार की शुरुआत में कुछ मिनटों के लिए ट्रेडिंग रोक दी गई थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर तकनीकी गड़बड़ी पर सरकार गंभीर हो गई है। वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में मार्केट रेगुलेटर सेबी और एनएसई से रिपोर्ट मांगी हैं। सूत्रों के मुताबिक किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर जांच होगी। उधर एनएसई ने सेबी को तकनीकी दिक्कत की जानकारी दे दी है। एनएसई ने सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के बारे में बता दिया है।
लेकिन इस गड़बड़ी ने कई सवालों को जन्म दे दिया। मसलन, ट्रेडिंग रुकने से निवेशकों और ट्रेडर्स को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कैसे होगी, इसका तरीका क्या होगा और क्या अतीत की गड़बड़ियों से कोई सीख नहीं ली गई!
आज पहला मौका नहीं है जब शेयर बाजार में तकनीकी दिक्कत आई हो। 5 अक्टूबर 2012 को एमके ग्लोबल के गलत ऑर्डर की वजह से निफ्टी 900 प्वाइंट लुढ़का था। 9 अप्रैल 2014 को बीएसई पर शुरुआती कारोबार में 15-20 मिनट के भाव अपडेट नहीं हुए थे। 3 जुलाई 2014 को नेटवर्क आउटेज की वजह से बीएसई पर ट्रेडिंग रोक दी गई थी। 11 जुलाई 2014 को बीएसई पर कारोबार की शुरुआत में कुछ मिनटों के लिए ट्रेडिंग रोक दी गई थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर तकनीकी गड़बड़ी पर सरकार गंभीर हो गई है। वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में मार्केट रेगुलेटर सेबी और एनएसई से रिपोर्ट मांगी हैं। सूत्रों के मुताबिक किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर जांच होगी। उधर एनएसई ने सेबी को तकनीकी दिक्कत की जानकारी दे दी है। एनएसई ने सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के बारे में बता दिया है।
लेकिन इस गड़बड़ी ने कई सवालों को जन्म दे दिया। मसलन, ट्रेडिंग रुकने से निवेशकों और ट्रेडर्स को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई कैसे होगी, इसका तरीका क्या होगा और क्या अतीत की गड़बड़ियों से कोई सीख नहीं ली गई!
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