नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार के घाटे के आंकड़े, केंद्रीय बजट में बताए गए आंकड़ों स काफी अधिक हो सकते हैं। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, फिस्कल डेफिसेट को 5.85 फीसदी आंका(कैलकुलेशन) गया है। जबकि सरकार ने फिस्कल डेफिसेट 3.46 फीसदी बताया था।
05 जुलाई को बजट पेश होने के तीन बाद यानी 8 जुलाई को CAG ने 15 वें वित्त आयोग यानी फाइनेंस कमीशन से पूछताछ की थी कि क्या एक्सट्रा बजट रिसोर्सेज के हिसाब से बजट सही है।
मनी कंट्रोल इस खबर की पुष्टि नहीं करता।
आपको बता दें कि हाल ही में सरकार के अधिकारिक आंकड़े जांच के दायरे में आए हैं। खासकर फिस्कल डेफिसेट के जीडीपी की बढ़ोत्तरी के संबंध में।
रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र राज्य सरकारों की फिस्कल रिपोर्टिंग में फिस्कल ट्रांसपैरेसीं खास तौर से ऑफ बजट के बढ़ते चलन और सरकारों द्वारा एक्स्ट्रा बजट रिसोर्स के बारे में चर्चा की गई।
WHATSAPP
NO. 9893024247
Mail Us =
starindiamarket@gmail.com
No comments:
Post a Comment